जलगांव गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज क्वारेंटाईन सेंटर का अनुभव
आज सुबह मेरे एक दोस्त को सहज उसेक और उसके परिवार के स्वास्थ्य के लिए फोन किया तो उसने बताया कि वह पिछले 2 दिनों से गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के क्वारेंटाईन सेंटर
में है और आज उसकी कोविड की रिपोर्ट नेगेटिव आई है, इसलिए वो लोग छुट्टी दे रहे हैं।
हमारी बातचित के कुछ अंश आप सभी के लिए.
(प्रश्न मैंने पुछे और उत्तर मेरे दोस्त के स्वानुभव है)
©️डॉ.रवि कन्हैयालाल हिरानी
प्रश्न - कोविड टेस्ट देने के लिए आपको किसने और क्यों कहा?
उत्तर- मेरे पड़ोस में एक कोविड पॉजिटिव पाया गया और मैं उसकी उच्च संपर्क सूची (High Risk Contacts)में था। इसलिए मैंने स्वेच्छा से कोविड टेस्ट का नमूना दिया।
प्रश्न- वहां सुविधाएं कैसी हैं?
उत्तर- यहां दी जाने वाली सभी सुविधाएं भोजन, ठहरने की व्यवस्था और हर चीज अछी हैं।
प्रश्न- क्या कोरोना टेस्ट को लेकर आपके मन में कोई डर है?
उत्तर- कुछ घंटों के लिए मुझे ऐसा लगा , लेकिन जैसा कि मुझे पता चला है कि कोरोना टेस्ट के बारे में चिंता करने की बात नहीं है तो निश्चित हो गया क्योंकी कोरोना टेस्टिंग बहुत ही आसन और सरल तरिका है कोरोना से लडने का।
प्रश्न आप जलगांव की जनता को क्या बताएंगे?
उत्तर- डरिए मत। आगे आईए।
अगर आप किसी कोरोना पॉजिटिव मरीज की हाई रिस्क कांटेक्ट लिस्ट में हैं या किसी तरह का बुखार है, तो बदनदर्द ई. है तो आपको कोरोना स्वैब देना चाहीये।
मेरा विश्वास करो कि प्रक्रिया बहुत सरल और आसान है।
क्वारेंटाईन सेंटर की सुविधायें
स्थानीय अधिकारियों के साथ सहयोग करें।
वे सबसे हर अच्छा संभव काम कर रहे हैं ।
प्रश्न- वहां का स्टाफ कैसा है?
उत्तर - सभी कर्मचारी बहुत सहयोगी हैं और मोरली भी अच्छा समर्थन दे रहे हैं।
प्रश्न- अब आप कैसा महसूस कर रहे हैं?
उत्तर- अब मैं आराम और खुशी महसूस कर रहा हूं।
तो दोस्तों, ये था मेरे दोस्त का स्वानुभव ....कोरोना टेस्टिंग या क्वारेंटाईन सेंटर्स से डरिए मत।
इस तरह के सेंटर्स केवल और केवल आपकी सुविधांओ के लिए ही हैं।
स्थानीय अधिकारियों को, प्रसाशन को हर संभव सहयोग दें।
धन्यवाद
जय हिंद🇮🇳
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