कोरोना (कॉविड-19)टेस्टिंग :कुछ गलतफहमीयां
अभी हम सुनते हैं, एक लॅब में कोरोना (कॉविड-19) टेस्ट पोसिटिव्ह आया और दूसरे में निगेटीव्ह..!
कोरोना टेस्ट निगेटिव होने के बावजूद डॉक्टर कह रहे हैं कि मरीज को कोरोना हो सकता है ..!
इस भ्रम का कारण क्या है ??
उसके लिए, निम्नलिखित बातों को समझें।
ये टेस्टिंग मुख्य रूप से कोरोना के लिए किए जाते हैं।
1. आरटी पीसीआर स्वाब
2. TruNat / CB NAAT स्वाब
3. अँटिजेन टेस्ट
4. एंटीबॉडी टेस्ट (आईजी एम और आईजी जी)
@डॉ. रवि कन्हैयालाल हिरानी
पहले तीन टेस्टस वर्तमान में एक कोरोना वाले व्यक्ति में पोसिटीव्ह हैं। आईजी एम एंटीबॉडी परीक्षण एंटीबॉडी टेस्ट वर्तमान में बीमार और ठीक होने वालों के लिए पोसिटीव्ह है। आईजी जी एंटीबॉडी परीक्षण उन लोगों में पोसिटीव्ह है जो बरामद हुए हैं।
इन सभी परीक्षणों में कुछ कमियां हैं। इन कोरोना लक्षणों के बावजूद, सभी कोरोना रोगी पोसिटीव्ह नहीं हैं। कोरोना के लक्षणों के बावजूद रोगी का परीक्षण निगेटीव्ह हो सकता है। ऐसा क्यों है टेस्ट के परिणाम कई बातों पर निर्भर करते हैं।
1.समय:
यदि आप लक्षणों की शुरुआत के 2-3 दिनों के भीतर परीक्षण करते हैं या बहुत देर से जैसे कि 12-14 दिन बाद, टेस्ट कोरोना बीमारी के बावजूद निगटीव्ही हो सकता है।
2.टेस्ट का प्रकार:
आरटी पीसीआर टेस्ट 10 कोरोना रोगियों में से 7 में पोसिटीव्ह है। केवल 50% कोरोना रोगियों में एंटीजन टेस्ट पॉजिटिव है।
3.स्वैब कहां ले जाएं:
अगर आप गले के बजाय नाक से एक स्वास लेते हैं, तो स्वैब पॉजिटिव होने की बेहतर संभावना है।
4.तकनीकी समस्या:
इस तरह के कई छोटे मुद्दे हैं।
यदि स्वैब निगेटीव्ह है तो निदान कैसे किया जाएगा?
1. चेस्ट सीटी स्कैन का निदान कई रोगियों में किया जा सकता है (यहां तक कि लक्षणों के बिना रोगियों में)। लेकिन यह परीक्षण केवल एक डॉक्टर की सलाह पर किया जाना चाहिए।
2. डॉक्टर मरीज के संपूर्ण इतिहास, कोरोना के लक्षणों और शरीर में ऑक्सीजन के स्तर (पल्स ऑक्सीमीटर की मदद से) की जांच करके कोरोना का सटीक निदान कर सकते हैं।
इस तरह से निदान करने से (तब भी जब स्वाब निगेटीव्ह है) कोरोना का इलाज करने की आवश्यकता होती है।
स्वाब निगेटीव्ह को समझना, डॉक्टर पर भरोसा किए बिना इलाज नहीं करना रोगी के लिए हानिकारक हो सकता है। ऐसे रोगी से यह बीमारी दूसरों में फैल सकती है। उसके लिए, टीवी और अन्य सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरों से दूर रहें।
डॉक्टर की सलाह के अनुसार इलाज करें।
यह बीमारी ज्यादातर रोगियों में स्पर्शोन्मुख है, लेकिन बुजुर्गों (५५+), बी.पी. डायबिटीस,दमा, हार्ट वाले व्यक्तियों के लिए खतरनाक हो सकती है।
इसके लिए डॉक्टर पर भरोसा करें और कोरोना की बीमारी को दूर करने में स्थानिक प्रसाशन की पुरी मदद करें।
धन्यवाद🙏
जय हिंद🇮🇳