कोविड पेशंट की यात्रा ...
एक वास्तविक अनुभव
एक डॉक्टर होने के नाते मैं कई कोविड पेशंट्स के इलाज के लिए भाग्यशाली हूं।
अपने अनुभव से मैं आपको पेशंट के लक्षणों की एक यात्रा साझा करूंगा।
@डॉ.रवि कन्हैयालाल हिरानी
पहिला दिन
शरीर दर्द
और हल्का बुखार
इसलिए वह केमिस्ट के पास जाता है और स्थानीय दवा माँगता है। पेशंट को थोडा आराम उस दिन तक मेहसुस होता है।
दुसरा-तिसरा दिन
शारीरिक पीडा और बुखार जारी रहता है।
इसलिए उन्होंने फैमिली फिजिशियन डॉक्टर को दिखाते हैं. डॉक्टर उन्हे लक्षणनुसार एंटीबायोटिक्स, एंटीपायरेटिक्स और मल्टीविटामिन्स की गोली दवाई यां2-3 दिनों के लिए देते हैं और उसके बाद फॉलोअप्स को वापस आने बोलते हैं।
पंचवा-छटा दिन
बुखार थोड़ा कम हो जाता है
पर अब पेशंट में कमजोरी, सुस्ती का बड जाती है, जिसके लिए वह फिर से फैमिली फिजिशियन डॉ के पास आता है और अब फैमिली फिजिशियन कोविड -19 के लिए कुछ बुनियादी जांच और एक्स-रे चेस्ट का सुझाव देते हैं।
अब रोगी और रिश्तेदारों को लगता है कि परामर्श Consultant MD Physician के पास जाएँ तो बेहतर रहेगा ।
सातवा-आठवा दिन
पेशंट को कमजोरी के साथ-साथ खांसी और कभी-कभी बुखार के भी एपिसोड शूरु रेहते हैं।
वह कंसल्टेंट फिजिशियन से मिलने जाता है। वह उन्हे भी वही जांच (रक्त और एक्स-रे चेस्ट) की सलाह भी देते हैं जो एक परिवार चिकित्सक पहले से ही सुझा चुका रेहता है।
अब कुछ परिवर्तन हो सकते हैं जो कोविड -19 के संकेत करते हैं।
अब वह उन्हें कोविड -19 स्वाब टेस्ट (एंटीजन / आरटी-पीसीआर) के लिए जाने का सुझाव देता है।
अब मरीज और परिजन भय की स्थिति में हैं, आगे क्या करना है?
नववा दिन
पेशंट दूसरे मत (सेकंड ओपिनियन) के लिए और एक दूसरे चिकित्सक को परामर्श करता है लेकिन राय एक ही रहती है।
तो अंत में पेशंट कोविड स्वाब परीक्षण के लिए जाएं करवाता हैं।
इस बीच कुछ रोगियों में सांस फूलने लगती है और विकनेस और जादा लगने लगती है, कभी कभी तो oxygen भी कमी मेहसुस होती है।
(विशेषतः ५०-५५वर्ष से अधिक आयुवाले लोग, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोगियों आदि के सह-रुग्णता वाले के पेशंट्स को)।
दसवा दिन
RT PCR कोविड परीक्षण आमतौर पर पॉजिटिव आता है और घबराहट की स्थिति शुरू हो जाती है क्योंकि रोगी अपने रिश्तेदार के साथ अधिक भयभीत महसूस करता है, जिससे उसकी स्थिति बिगड़ जाती है।
अब मरीज को डेडिकेटेड कोविड केयर सेंटर/हेल्थ सेंटर/हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जिसे मॉडरेट-सीवियर कोविड -19 केस के रूप में लेबल किया गया।
अब इस पेशंट को कोविड के लेट डायग्नोसिस के इस चरण में, पेशंट की रिकवरी थोडी संदेहजनक हो सकती है क्योंकि चिकित्सा विज्ञान की भी सीमाएं है और उसेभी समझने की आवश्यकता है।
मृत्यु जीवन का एक शाश्वत हिस्सा है, हालांकि यह दर्दनाक है।
हम सभी डॉक्टरस का अनुभव केह रहा है कि अगर कोविड का diagnosis शुरुआती दिनों (दिन 3,4,5) में हो तो आपकी रिकव्हरी के चान्सेस काफी फेव्हरेबल रेहते हैं, जो की अकसर 8-10 दिनों में हो जाती हैं।
इसलिए अगर आपको 3-4 दिनों से बुखार, खांसी, कमजोरी, सांस लेने में तकलीफ आदि हो रही है, तो सबसे पहिले अपने नजदिकी डॉक्टर को परामर्श दें और Xray-Chest के साथ H/ESR, CRP, LDH जैसे बुनियादी रक्त जांच करें और कॉविड-19 स्वाब टेस्ट भी करें।
आप भयभीत मत होईए, डरे नहीं.
डॉक्टरस और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी कोविड प्रबंधन के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं।
उनका समर्थन करते हैं। उन्हे पुरा सहयोग दे।
धन्यवाद।
जय हो🇮🇳
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